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नाहरसिंह वीर साधना 2
नाहरसिंह वीर अनेको प्रकार के है ! उनमे से एक नाहरसिंह को बाबा बडभाग सिंह जी ने पकड़ लिया था और अपना गुलाम बना लिया था क्योंकि वह लोगो को परेशान करता था ! जब बाबा बडभाग सिंह जी ने नाहरसिंह वीर को क़ैद कर लिया तो नाहरसिंह वीर ने उनसे माफ़ी मांगी और कहा मैं सदैव आपकी आज्ञा में रहूँगा ! आज हिमाचल में बाबा बडभाग सिंह जी का स्थान है और हजारो दुखी लोग उस स्थान पर जाकर अपनी मनोकामना पूर्ण करते है ! नाहरसिंह वीर किसी भी बड़ी से बड़ी भूत प्रेत आदि समस्या का तुरंत निपटारा करने में सक्षम है! सिद्ध होने के बाद यह वीर पूर्ण रूप से आज्ञाकरी होता है ! यह साधना हिमाचल प्रदेश और हिमाचल के साथ सटे पंजाब के इलाके में अधिक प्रचलित है ! यही वीर सिद्ध बाबा बालक नाथ जी के मंदिर के बाहर पहरा देता है और उनके भक्तो की समस्याएँ दूर करता है ! नाहरसिंह वीर की साधना करने के बाद व्यक्ति बड़े से बड़े कार्य को भी बड़ी आसानी से सिद्ध कर सकता है ! इस साधना में वीर प्रत्यक्ष होता है ! || मन्त्र ||वीर दा वीर बाबा बडभाग सिंह दा वजीर हाजिर हो मेरे नाहरसिंह वीर || विधि || इस......
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सैय्यद कमाल खां ( विवाह मन्त्र )
इस मन्त्र की जितनी प्रशंसा की जाए कम है ! बाबा कमाल खां जी का स्थान आगरा में है और यह बड़ी जल्दी प्रसन्न होते है ! जिनके विवाह में रुकावट आ रही हो उनके लिए यह मन्त्र संजीवनी बूटी का काम करता है ! इस मन्त्र का अनेको प्रकार से प्रयोग किया जाता है ! तांत्रिक सिद्धियों के लिए भी लोग बाबा कमाल खां का पूजन करते है ! एक मान्यता के अनुसार यदि ब्लाकी देवता रुष्ट हो जाये तो उन्हें मनाने के लिए भी बाबा कमाल खां का पूजन किया जाता है ! किसी कारण से यदि किसी का रिश्ता टूट गया हो तो इस मन्त्र के जाप से रिश्ता दोबारा जुड़ जाता है ! इस मन्त्र को अनेको कार्यो के लिए इस्तेमाल किया जाता है पर इस मन्त्र का अधिक प्रयोग विवाह मन्त्र के रूप में ही किया जाता है ! || मन्त्र || मख्नो हाथी जर्द अम्बारी, उस पर बैठी कमाल खां की सवारी, कमाल खां कमाल खां मुग़ल पठान, बैठे चबूतरे पढ़े कुरान, हजार काम दुनिया का करे, एक काम मेरा कर, न करे तो तीन लाख तैंतीस हजार पैगम्बरों की दुहाई ! || विधि || इस मन्त्र को चार प्रकार से प्रयोग किया......
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Our Lineage
Siddh Rakkha Ramji was a spiritually elevated master. He first took initiation from Siddh Tundi Laat Ji . Siddh Tundi Laat Ji belonged to the Nath Tradition. He had many followers from Muslim community as well. Once there was a commotion from his Muslim followers that he loves his Hindu followers more than them and in reply to this commotion Siddh Tundi Laat Ji said that the whole commotion was indeed nothing but an illusion and there is no such feeling in his heart , he loves all of them equally. Then the muslim followers asked Siddh Tundi Laat Ji if he would read Kalma and accept Islaam. Siddh Tundi Laat Ji, being above the petty veils of differences created in the name of religion, went to Sher-e-Shah Wali Ji for reading Kalma and accepted Islaam.
Sher-e-Shah Wali Ji was a spiritually elevated faqir , who belonged to the famous 7th Kaadri tradition. When Siddh Tundi Laat Ji accepted Islaam, he instructed Siddh Rakkha Ramji to procced on with Aghor Pir Baba Namonath Ji on the path of Nath tradition and spread it far into the masses. Siddh Rakkha Ramji abided to his master’s orders and went to Aghor Pir Baba Namonath Ji! Here we’re enlisting down the lineage from both – Baba Namonath Ji and Siddh Tundi Laat Ji . Siddh Rakkha Ramji took both of the Spiritual Masters as his own spiritual masters and was instructed under their guidance.
सिद्ध रक्खा रामजी एक पहुंचे हुए सिद्ध थे ! उन्होंने सर्व प्रथम सिद्ध टुंडी लाट जी से दीक्षा ली ! सिद्ध टुंडी लाट जी नाथ सम्प्रदाय से सम्बन्ध रखते थे ! उनके बहुत से शिष्य मुस्लिम भी थे ! एक बार उनके मुस्लिम शिष्यों ने कहा कि आप हमसे ज्यादा प्रेम अपने हिंदू शिष्यों से करते है तो सिद्ध टुंडी लाट जी ने कहा कि ऐसा नहीं है ! मैं हिंदू और मुस्लिम में कोई भेद-भाव नहीं समझता, यह सुनकर उनके मुस्लिम शिष्यों ने कहा कि यदि ऐसी बात है तो आप कलमा पढ़ ले और इस्लाम कबुल कर ले ! भेद-भाव से ऊपर सिद्ध टुंडी लाट जी ने शेर-ऐ-शाह वली जी के पास जाकर कलमा पढ़कर इस्लाम कबुल कर लिया !
शेर-ऐ-शाह वली एक पहुंचे हुए फकीर थे , उनका सम्बन्ध सातवे कादरी खानदान से था ! जब सिद्ध टुंडी लाट जी ने इस्लाम कबुल किया तो उन्होंने सिद्ध रक्खा रामजी से कहा कि मैंने इस्लाम कबुल कर लिया , अब आप अघोर पीर बाबा नमोनाथ जी के पास जाएँ और नाथ सम्प्रदाय की इस महान परम्परा को आगे बढाएं ! सिद्ध रक्खा रामजी गुरु आज्ञा का पालन करते हुए अघोर पीर बाबा नमोनाथ जी के पास गए ! यहाँ हम बाबा नमोनाथ जी और सिद्ध टुंडी लाट जी की गुरु प्रणाली लिख रहे है ! सिद्ध रक्खा रामजी दोनों को ही अपना गुरु मानते थे !
Islamic Shijjra इस्लामिक शिजरा | |
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Prophet Mohammad पैग़म्बर मुहम्मद | |
Shah Hazrat Ali शाह हज़रत अली | |
Sheikh Khwaja Hassan Basri शेख़ ख्वाजा हसन बसरी | |
Sheikh Habib Ajmi शेख़ हबीब अजमी | |
Sheikh Dauda Taai शेख़ दाउदा ताई | |
Sheikh Maroof Karkhi शेख़ मारूफ करखी | |
Sheikh Sari Shikhti शेख़ सरी शिख्ती | |
Sheikh Junaid-al-Baghdadi शेख़ जुनैद-अल-बग़दादी | |
Sheikh Abu Bakar Shibli शेख़ अबु बकर शिबली | |
Sheikh Abdul Azeez -al-Jamni शेख़ अब्दुल अज़ीज़ -अल-जमनी | |
Sheikh Abu-al-Wahid-al-Tamimi शेख़ अबु-अल-वाहिद-अल-तमीमी | |
Sheikh Abdul-al-Faraatusi शेख़ अब्दुल-अल-फरातुसी | |
Sheikh Abu-al-Hassan-Hakaari शेख़ अबु-अल-हसन-हकारी | |
Sheikh Abu-Sayeed-Marmak Dumi शेख़ अबु-सईद-मरमक दुमी | |
Sheikh Abdul Qadir Jillani (Gaus Pak) शेख़ अब्दुल क़ादिर जिल्लानी ( गौस पाक ) | |
Sheikh Sayeed-Abdul-Wahaab शेख़ सईद-अब्दुल-वहाब | |
Sheikh Abu Naasar शेख़ अबु नासर | |
Sheikh Sayeed-Sufi शेख़ सईद-सूफ़ी | |
Shah Msaahud शाह मसाहूद | |
Shah Karam Ali शाह करम अली | |
Shah Shammadeen शाह शम्मादीन | |
Hazrat Mohammad Gaus Wale-e-Peer हज़रत मुहम्मद गौस वाल-ऐ-पीर | |
Nath Lineage नाथ परम्परा | Sayeed Mubarak सईद मुबारक |
Aadinath ( Lord Shiva ) आदिनाथ ( भगवान शिव ) | Sayeed Maroof सईद मारूफ़ |
Mahayogi Dada Guru Matsyendranath Ji महायोगी दादा गुरु मत्स्येंद्रनाथ जी | Shah Suleiman Noori शाह सुलेमान नूरी |
Shiv Gorakshnath Ji गुरु गोरक्षनाथ जी | Haadi Nau Sau Ganj Bakhsh हादी नौ सौ गंज बख्श |
Aayi Mata Vimla Devi Ji आई माता विमला देवी जी | Peer Mohammad Sachiyaar पीर मुहम्मद सचीयार |
Nirmayinath Ji निरमाई नाथ जी | Shah Wakhte Jmaal शाह वख़्ते जमाल |
Shri Shri Shri 1008 Baba Mastnath Ji श्री श्री श्री १००८ बाबा मस्तनाथ जी महाराज | Ghulaam Mustafa ग़ुलाम मुस्तफ़ा |
Shri Shri Shri 1008 Baba Ranpatmaannath Dhatao Ji श्री श्री श्री १००८ बाबा रणपतमाननाथ धाताओं जी | Ramzaan Shah रमज़ान शाह |
Shri Shri Shri 1008 Baba Budhnath Ji श्री श्री श्री १००८ बाबा बुद्धनाथ जी | Saudagar Shah सौदागर शाह |
Shri Shri Shri 1008 Baba Yaadramnath Ji श्री श्री श्री १००८ बाबा यादरामनाथ जी | Jumme Shah जुम्मे शाह |
Shri Shri Shri 1008 Baba Babbarnath Ji श्री श्री श्री १००८ बाबा बब्बरनाथ जी | Relhe Shah रेलहे शाह |
Aghor Pir Mahtanath Ji अघोर पीर महतानाथ जी | Sohne Shah सोहने शाह |
Aghor Pir Shaadinath Ji अघोर पीर शादीनाथ जी | Sher-e-Shah Wali शेर-ऐ-शाह वली |
Aghor Pir Namonath Ji अघोर पीर नमोनाथ जी | Tundi Laat Maskin Shah (Siddh Tundi Laat Ji) टुंडी लाट मसकीन शाह (सिद्ध टुंडी लाट जी) |
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